शंकर जयकिशन ने एवरेस्ट अभियान डॉक्यूमेंट्री के लिए मुफ्त में संगीत क्यों दिया?

परिचय

आज के दौर में बॉलीवुड संगीत की बात करें तो पुराने संगीतकारों में Shankar Jaikishan का नाम सबसे ऊपर आता है। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में इन्होंने ऐसे अनगिनत सुपरहिट गाने दिए जो आज भी सुनने वालों को पुराने ज़माने में लौटा देते हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि शंकर जयकिशन ने सिर्फ फिल्मों के लिए ही नहीं, बल्कि देशभक्ति से जुड़ी डॉक्यूमेंट्री Everest Documentary 1968 के लिए भी संगीत दिया था — और वो भी बिना एक भी पैसा लिए!
आइए जानते हैं इस कहानी को विस्तार से।


1965 का ऐतिहासिक एवरेस्ट अभियान

सन 1965 भारत के पर्वतारोहण इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। Indian Mountaineering Foundation ने Lieutenant Commander M.S. Kohli के नेतृत्व में एवरेस्ट पर चढ़ाई के लिए एक दल भेजा। उस दौर में तकनीक, संसाधन और सुविधाएँ आज जितनी नहीं थीं, फिर भी भारतीय पर्वतारोहियों ने माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहरा कर नया कीर्तिमान रचा।

इस एवरेस्ट अभियान को रिकॉर्ड करने के लिए Films Division ने एक डॉक्यूमेंट्री बनाई, जिसका नाम था Everest (1968 Documentary)। ये डॉक्यूमेंट्री आज भी भारत के फिल्म आर्काइव में एक ऐतिहासिक धरोहर के तौर पर मौजूद है।


Shankar Jaikishan को क्यों चुना गया?

Films Division को पता था कि अगर इस डॉक्यूमेंट्री को दिल तक पहुँचाना है तो संगीत बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उस समय Shankar Jaikishan हिंदी सिनेमा के Masters of Masters कहे जाते थे। उनका संगीत श्रोताओं की आत्मा को छू लेता था।
यही वजह थी कि Everest Expedition Documentary के लिए भी उन्हीं को चुना गया।


Shankar Jaikishan ने मुफ्त में क्यों दिया संगीत?

यहाँ इस कहानी में असली मोड़ आता है। जब Films Division ने Shankar Jaikishan को एवरेस्ट डॉक्यूमेंट्री का संगीत देने के लिए कहा, तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वो इसके लिए कोई पैसा नहीं लेंगे।
उन्होंने कहा कि Everest Expedition 1965 सिर्फ एक चढ़ाई नहीं थी, बल्कि ये पूरे भारत का सम्मान और गौरव था। Shankar Jaikishan के लिए यह मौका था अपने देश के लिए कुछ ऐसा करने का जो उनकी कला से जुड़ा था।


Everest Documentary 1968 में संगीत का महत्व

Everest Documentary Music by Shankar Jaikishan सिर्फ बैकग्राउंड म्यूजिक नहीं था, बल्कि इसने फिल्म को एक नया जीवन दिया। इस संगीत ने बर्फीली चोटियों की ठंडक, पर्वतारोहियों के संघर्ष और देश के गौरव को हर फ्रेम में जीवंत कर दिया।
कई समीक्षक कहते हैं कि अगर Shankar Jaikishan का संगीत न होता, तो यह डॉक्यूमेंट्री इतनी प्रभावी नहीं बन पाती।


Everest Expedition Documentary का महत्व

इस डॉक्यूमेंट्री में 1965 के सफल एवरेस्ट अभियान की पूरी यात्रा को दिखाया गया है। Lt. Commander M.S. Kohli और उनकी टीम के साहसिक कदमों को कैमरे में कैद करना अपने आप में एक बड़ा काम था।
इस डॉक्यूमेंट्री ने ना केवल उस दौर के लोगों को प्रेरित किया बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी यह बताने में मदद की कि भारत पर्वतारोहण जैसे कठिन क्षेत्रों में भी पीछे नहीं है।


Shankar Jaikishan की यह अनसुनी कहानी क्यों छुपी रह गई?

आज जब हम Shankar Jaikishan के हिट गानों की बात करते हैं तो हमें Barsaat, Shree 420, Anari जैसे सुपरहिट फिल्मों के गाने याद आते हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि उन्होंने Everest Expedition Documentary जैसे प्रोजेक्ट के लिए भी काम किया था और वो भी मुफ्त में।
उस दौर में मीडिया कवरेज इतनी मजबूत नहीं थी और इसीलिए यह किस्सा बहुत लोगों तक नहीं पहुँच पाया। पर अब डिजिटल युग में ऐसे दुर्लभ किस्सों को सामने लाना हमारी जिम्मेदारी है।


Shankar Jaikishan: Masters of Masters

Shankar Jaikishan को Masters of Masters कहा जाता है क्योंकि उन्होंने 1950s से लेकर 1970s तक हिंदी सिनेमा को एक से बढ़कर एक संगीत दिए।
उनकी जोड़ी ने मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर, मन्ना डे, मुकेश जैसे महान गायकों के साथ सदाबहार गाने दिए जो आज भी Evergreen Hits में गिने जाते हैं।


क्यों Shankar Jaikishan को याद रखना चाहिए?

आज जब नई पीढ़ी रैप और रीमिक्स सुनती है तो उन्हें जानना चाहिए कि Shankar Jaikishan जैसे म्यूज़िक डायरेक्टर ही थे जिन्होंने भारतीय फिल्म संगीत को ग्लोबल लेवल पर पहचान दी। Everest Documentary 1968 उनका ऐसा काम था जो यह साबित करता है कि एक सच्चा कलाकार पैसे से ऊपर देशभक्ति को रखता है।


Everest Documentary और Films Division

Films Division ने भारत की कई ऐतिहासिक घटनाओं को डॉक्यूमेंट किया है। लेकिन Everest 1968 उनमें से सबसे दुर्लभ और गर्व की बात है। इस डॉक्यूमेंट्री को आप आज भी Films Division के Official Archive या YouTube चैनल पर देख सकते हैं।
अगर आप देश के साहसिक इतिहास और Shankar Jaikishan Documentary Music का बेहतरीन उदाहरण देखना चाहते हैं, तो यह डॉक्यूमेंट्री जरूर देखें।


निष्कर्ष

Shankar Jaikishan ने यह साबित कर दिया कि असली कलाकार वही होता है जो अपनी कला को सिर्फ पैसे के लिए नहीं बल्कि देश और समाज के लिए भी इस्तेमाल करता है।
1965 का एवरेस्ट अभियान और Everest Documentary 1968 हमें याद दिलाते हैं कि अगर इरादे मजबूत हों तो हर चोटी पर फतह पाई जा सकती है — चाहे वो बर्फ की चोटी हो या कला का शिखर।


FAQs

Q1: Shankar Jaikishan ने Everest Documentary के लिए कितना पैसा लिया?
A: उन्होंने इसके लिए कोई पैसा नहीं लिया। यह उनका देश के लिए नि:शुल्क योगदान था।

Q2: Everest Documentary किसने बनाई थी?
A: Films Division ने यह डॉक्यूमेंट्री बनाई थी।

Q3: Everest Expedition 1965 का नेतृत्व किसने किया था?
A: Lt. Commander M.S. Kohli ने।

Q4: Shankar Jaikishan Documentary Music आज कहाँ सुना जा सकता है?
A: Films Division के आर्काइव या यूट्यूब चैनल पर यह डॉक्यूमेंट्री देखी और सुनी जा सकती है।


अंतिम शब्द

Shankar Jaikishan जैसे संगीत उस्तादों की कहानियाँ हमें बताती हैं कि कला सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि देशभक्ति भी हो सकती है। ऐसे महान कलाकारों को हमारा शत-शत नमन।


📌 अगर आपको यह ब्लॉग पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और Shankar Jaikishan Documentary Music के इस किस्से को हर भारतीय तक पहुँचाएँ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *